Finance Manager Kaise Bane : फाइनेंस ऑफिसर बनने के लिए या फाइनेंस सेक्टर में करियर बनाने के लिए कैंडिडेट को फाइनल से जुड़े कोर्ट की आवश्यकता होती है फाइनल से जुड़े कोर्स बाद भी आग रिजर्वेशन के बाद कोर्स किए जा सकते हैं जिसके बाद आप फाइनेंस ऑफिसर के तौर पर किसी भी फाइनेंस कंपनी में जॉब कर सकते हैं.
बड़ी-बड़ी एजेंसी की देखरेख करने का इतना बड़ा जिम्मा फाइनेंस मैनेजर के कंधे पर होता है फाइनेंस मैनेजर ऐसे प्रोफेशनल होते हैं जो फाइनल रिपोर्ट तैयार करते हैं फाइनेंस मैनेजर का रोल बहुत ही इंपॉर्टेंट और जिम्मेदारी भरा होता है तो चलिए आज के लेख में हम जानते हैं कि फाइनेंस मैनेजर कैसे बने और फाइनेंस मैनेजर के तौर पर कैसे बनाएं
फाइनेंस कोर्स करवाने वाले टॉप कॉलेज
- अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी अलीगढ़
- एम आई एम इंस्टीट्यूट आफ बिजनेस मैनेजमेंट एंड रिसर्च
- इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज
- एनएमआईएमएस स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, बेंगलुरू
- इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड फाइनेंस एनालिस्ट ऑफ इंडिया
- इंदिरा गांधी नेशनल यूनिवर्सिटी सिंबोसिस
- इंस्टीट्यूट आफ बिजनेस मैनेजमेंट, पुणे
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ लखनऊ
- ऑल इंडिया मैनेजमेंट एसोसिएशन
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
फाइनेंस ऑफिसर बनने के लिए योग्यता
फाइनेंसियल मैनेजमेंट में बैचलर्स डिग्री प्रोग्रामिंग के लिए जरूरी है कि कैंडिडेट ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से10 + 2 अच्छे मार्क्स से पास किया हो इंडिया में कॉलेज में बैचलर्स के लिए कुछ कॉलेजेस और यूनिवर्सिटीज बीएचयू जैसे एंट्रेंस एग्जाम में आयोजित करती है जिसके माध्यम से एडमिशन लेकर फाइनेंस मैनेजर के पद पर नियुक्त किया जा सकता है.
Finance Manager Kaise Bane
फाइनेंस मैनेजर के पद पर करियर बनाने के लिए आपके पास मास्टर आफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, मास्टर ऑफ फाइनेंसियल कंट्रोल, पोस्ट ग्रेजुएशन डिप्लोमा इन फाइनेंस मैनेजमेंट मास्टर डिग्री इन में से कोई भी कोर्स किया होना चाहिए आप 2 साल के पीजी डिप्लोमा कोर्स कर सकते है इसके अलावा12th के बाद भी B.Com BIFL in Finance and Investing कोर्स कर फाइनेंस मैनेजर बन सकते है.
Finance Manager Jobs
- Credit Managers
- Cash Manager
- Logical Manager
- Skill of Planning
- Mathematical Activities
एक फाइनेंस मैनेजर मैनेजर की न्यूनतम सैलरी 30,000 होती है और एक्सपोर्ट में फैंस मैनेजर की सैलरी 400000 से 1800000 Year तक हो सकती है.
एक संगठन के वृत्तीय स्वास्थ्य की देखरेख करते हैं